शिवताण्डवस्तोत्रम्
रावण द्वारा रचित शिवताण्डवस्तोत्रम् का मूलपाठ देते हुए उसे बोधगम्य बनाने के लिये उसके भावार्थ को संक्षेप में सरल बना कर दिया गया है । तत्पश्चात् उसकी विस्तार से व्याख्या की गई है । अंत में काव्यानुवाद प्रस्तुत किया गया है ।
१ | मूल पाठ |
२ | उपक्रम |
३ | सरल भावार्थ |
४ | व्याख्या |
५ | हिंदी काव्यानुवाद |
यदि आप सम्पूर्ण शिवताण्डवस्तोत्रम् संस्कृत में ज्यों का त्यों सुनना चाहते हैं तो कृपया इस लिंक पर click करें :
Shiva Tandav Strota