श्रीरामरक्षास्तोत्रम्
श्रीरामरक्षास्तोत्रम् में भगवान श्रीराम से अपनी सर्वांगीण रक्षा की प्रार्थना कवच के साथ वर्णित है ।
रक्षा-स्तोत्रों की संरचना व उनमें विनियोग, ध्यान, कवच आदि भागों पर प्रकाश डालते हुए स्तोत्र के मन्त्र-दृष्टा ऋषि बुधकौशिक मुनि का संक्षिप्त परिचय दिया
गया है । सन्धि-विच्छेद व शब्दार्थ सहित भावार्थ व व्याख्या करने के साथ-साथ संबद्ध कथाओं के वर्णन भी उकेरे गये हैं ।
रक्षा-स्तोत्रों की संरचना व उनमें विनियोग, ध्यान, कवच आदि भागों पर प्रकाश डालते हुए स्तोत्र के मन्त्र-दृष्टा ऋषि बुधकौशिक मुनि का संक्षिप्त परिचय दिया
गया है । सन्धि-विच्छेद व शब्दार्थ सहित भावार्थ व व्याख्या करने के साथ-साथ संबद्ध कथाओं के वर्णन भी उकेरे गये हैं ।
क | दो शब्द |
ख | मूलपाठ |
